निधि कंपनी क्या है और यह कैसे काम करती है? जानिए क्या है इसके पंजीकरण करने के तरीके ?
निधि कंपनी क्या है और यह कैसे काम करती है? जानिए क्या है इसके पंजीकरण करने के तरीके ? निधि शब्द का प्रयोग आप सभी ने बाखूबी सुना होगा। लेकिन इसका हमारे दैनिक जीवन में कितना महत्व है शायद इससे आप अनभिज्ञ रह जाते होंगे। दो अक्षर का बना हुआ यह हमारी जिंदगी, हमारी लाइफस्टाइल, और हमारी हैसियत को तय करता है कि, हम इस समाज में किस पायदान पर खड़े है। अगर आपने अपने जीवन में निधि को बचाकर नहीं रखा तो आप पिछले वाले हिस्से में गिने जायँगे। । इसलिए कहा जाता है आप जब भी कमाए तो निधि के रूप में जरूर बचा कर रखें। खैर, आज हम आपको इसी निधि के बारें में बतानें वालें है कि यह कैसे काम करती है , हमारे दैनिक जीवन में इसका क्या उपयोग है , इसके बचत करने के तरीके क्या है इत्यादि। Nidhi Company Registration In India दोस्तों, आप यह लेख LEGALRAASTA पर पढ़ रहें है। LEGALRAASTA के पास कई विशेषज्ञ है जो बिजनेस से रिलेटेड काम का काफी अच्छा अनुभव रखते है। आप हमारे साथ जुड़कर अपने बिजनेस से सम्बंधित सभी तरह के काम को आसानी सा करवा सकते है। हमारी टीम आपको ट्रेडमार्क, लोगों, रजिस्ट्रेशन , दस्तावेज का निर्धारण सहीं तरीके से करेगी। जिसके माध्यम से आप आसानी से अपने बिजनेस को शुरू कर सकते है। क्या है निधि कंपनी ? निधि जिसका मतलब है "खजाना "। एक आदमी कितनी कमाई करता है, लोग इसको ध्यान नहीं देते,लेकिन वह अपने जीवन में कितना बचत करता है सबकी निगाह उसी पर टिकी रहती है। यही बचत ही उस व्यक्ति की निधि कहलाती है। दुनिया में ऐसे बहुत से लोग है , जो कमाते तो बढियाँ है लेकिन अगर उनका बचत देखा जाये तो कुछ भी नहीं हो पाता। जिसकी वजह से वो अक्सर परेशान ही रहते है। इसके विपरीत कुछ ऐसे लोग भी होते हैं जिनकी कमाई औसतन होती है लेकिन वह उसमें से भी एक बड़े हिस्से की बचत कर पाने में सफल हो पाते हैं इसलिए वे मानसिक रूप से संतुष्ट एवं स्वस्थ जान पड़ते हैं। Nidhi Company की बात करें तो इसका लक्ष्य भी अपने सदस्यों को बचत की ओर अग्रसित करके उनका जीवन आसान बनाने का होता है। निधि तभी हो पाती है जब हम बचत करते है। दोस्तों, निधि कंपनी को वित्तीय क्षेत्र में अधिनियम 2013 के धारा 406 के तहत पंजीकृत किया जाता है। निधि कम्पनी को कई अन्य नामों जैसे बेनिफिट फण्ड, परमानेंट फण्ड, म्यूच्यूअल बेनिफिट कम्पनीज और म्यूच्यूअल बेनिफिट फण्ड के नाम से भी जाना जाता है। इस तरह की कम्पनियों का रजिस्ट्रेशन एवं विनियमन कॉर्पोरेट मामलों के मंत्रालय द्वारा किया जाता है। कहा जाता है कि इस तरह की कंपनी अपने लोगों से उधार लेकर, उन्ही को वापस कर देती है। जिसकी वजह से लोगों के पास धन संचय का एक जरिया मिल जाता है। Nidhi Company के क्या काम है ? जैसा कि आपने ऊपर निधि के बारें में पढ़ा, जिससे आपको अंदाजा हो गया होगा की यह कैसे काम करता है। अब हम आपको बताएँगे एक निधि कंपनी का मुख्यतः काम क्या होता है। निधि कंपनी मुख्यतः वित्ति कंपनी फाइनेंस से जुडी हुई कम्पनी है। यह कंपनी मुख्यतः लोगों को बचत के बारें में सुविधा प्रोवाइड करवाती है। इस तरह की कपनियां मुख्यतः अपने लोगों को फायदा पहचानें के मकसद से खोली जाती है। निधि कंपनी का पंजीकरण बहुत सरल और कम जटिल है। यह भारत के दक्षिणी भाग में अधिक लोकप्रिय रही है। यह एक प्रकार की पब्लिक लिमिटेड कंपनी है। केवल सदस्यों को उधार देने और पैसे उधार लेने की अनुमति है। इस कंपनी से जुड़े हुए लोग आसानी से लेनदेन कर सकते है। इसमें पैसा जमा करने वाला और पैसा उधार लेनें वाला दोनों को इसका मेंबर होना जरुरी है। निधि कंपनी का काम भी बिलकुल बैंक की तरह ही होता है। जिस तरह से आपको बैंक में पैसा जमा करने के लिए या निकलने के लिए खाता खुलवानें की जरुरत पड़ती है। उसी तरह से निधि में पैसा जमा करने के लिए या निकालने के लिए भी आपको इसका सदस्य होना जरुरी है। जरुरत पड़ने पर यह कंपनियां अपने लोगों को लोन भी दिलवाती है। निधि फाइनेंस कंपनी से कैसे जुड़े :- निधि फाइनेंस जैसी कंपनी से जुडनें के लिए LEGALRAASTA आपके लिए सबसे अच्छा विकल्प है। हमारे साथ जुड़कर निधि कंपनी से सम्बंधित सभी तरह की जानकारी प्राप्त कर सकतें है। LEGALRAASTA कई वर्षों से निधि फाइनेंस कंपनी से लोगों को जोड़कर एक नया कीर्तिमान स्थापित किया है। आप इसके लिए हमारे कंपनी में आकर भी जुड़ सकते है। इसके लिए आपको हमारे साथ कुछ जरुरी दस्तावेज जमा कर पंजीकरण करना होगा। पंजीकरण के बाद आप निधि कंपनी के सदस्य बन जाते हैं और अपने पैसे को निधि मे जमा और निकासी व अन्य गतिविधियों मे भाग ले सकते हैं। आपको हमारे साथ जुड़ने पर भारत में कहीं भी पंजीकृत कंपनियों को प्राप्त करते हैं। हमारी विशेषज्ञ की टीम आपकी हमेशा मदद करेगी।निधि कंपनी के लिए जरुरी दस्तावेज :-
- डायरेक्टर के लिए डिजिटल सिग्नेचर
- पेनकार्ड
- बैंक अकाउंट
- अड्रेस प्रूफ
- बैंक स्टेटमेंट
- Residence Proof के लिए बिजली बिल, टेलीफोन बिल आदि
- निधि फाइनेंस के रजिस्ट्रेशन के समय जो सबसे जरुरी और
- ध्यान देनें वाली बात है वह कंपनी का नाम , आपको ऐसे नाम का चुनाव करना है जो अभी तक कहीं भी रजिस्टर्ड न हों। किसी अन्य कंपनी से मिलता - जुलता नाम भी इसके पात्रता में शामिल नहीं होगा।
- कंपनी के नाम के साथ "निधि" जुड़ा होना आवश्यक है।
- एक निधि कंपनी के लिए कम से काम 7 सदस्य और 3 डारेक्टर होना आवश्यक है।
- कंपनी के पास कुल मिलकर कम से कम 10 लाख तक का निवेश होना आवश्यक है। ऐसा नहीं होने पर आपके कंपनी की पात्रता खत्म कर दी जाएगी।
- डायरेक्टर के लिए डिजिटल सिग्नेचर होना चाहिए।